by admin on | Jan 18, 2024 11:06 AM
सरगुजा -: क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर लगातार पिरामल फाउंडेशन सरगुजा द्वारा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त सरगुजा बनाए जाने के लिए जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता के मार्गदर्शन में सरगुजा जिला को टीबी. मुक्त जिला बनाने के उद्देश्य से सघन कार्य चलाया जा रहा है। जिसके तहत् पीरामल फाउंडेशन महेंद्र कुमार तिवारी के सहयोग से किया जा रहा है। पिरामल फाउंडेशन जिला कार्यक्रम समन्वयक सरस्वती विश्वकर्मा के द्वारा सलका एकलव्य आदर्श विद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें 2 भाग में विभाजित कर 295 छात्र छात्राओं को टीबी रोग और उससे जुड़ी हुई सरकार की विभिन्न प्रकार की बात बताई गई। जिसमें छात्र 145 और छात्राएं 150 उपस्थित थे। साथ ही विद्यालय में प्राचार्य सहित 12 शिक्षक, सिक्षिका भी उपस्थित थे। समुदाय में इस बीमारी को लेकर लगातार जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए सरकार की विभिन्न प्रकार की योजनाओं की जानकारी प्रचार प्रसार, नारा लेखन, निबंध प्रतियोगिता, सपथ इत्यादि कार्य किया जा रहा है। क्षय रोग के मरीज जिन्हें खांसी की शिकायत हो या ऐसे मरीज जिन्हें छाती में दर्द या सांस लेने मे दिक्कत हो। ऐसे व्यक्तियों में टीबी होने की संभावना ज्यादा होती है। साथ ही पीरामल फाउंडेशन सरस्वती विश्वकर्मा के द्वारा बच्चों को यह भी बताया गया कि टीबी क्या है, इसके लक्षण क्या है, और इसका ईलाज कहां और कैसे होता है। साथ ही यह भी बताया कि ये बीमारी दो प्रकार की होती है जिसे पल्मोनरी टीबी और एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी कहते हैं।कार्यक्रम में प्राचार्य श्री बालमुकुंद टोप्पो जी ने कहा की क्षय रोग अब लाईलाज बीमारी नहीं है। न यह किसी भी प्रकार की छुआछूत की बीमारी है।
पिरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यकम समन्वयक सरस्वती विश्वकर्मा ने कहा की सभी स्वास्थ्य केन्द्र में इसका इलाज और दवा दोनो ही मुफ्त में दी जाती है। अगर किसी भी व्यक्ति को दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, बुखार, कमजोरी या सीने में दर्द हो तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में अपने खखांर की जांच अवश्य कराएं। कार्यक्रम पश्चात सभी लोगों को टीबी मुक्त सरगुजा हेतु सपथ दिलाया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रियल जी और शिक्षको ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित किए।