by admin on | Dec 26, 2024 04:40 PM
क्या योजना के उद्देश्य के साथ सीधा हो रहा खिलवाड़..!
महतारी वंदन योजना में फर्जीवाड़ा, कांग्रेस नेता पर गंभीर आरोप...!
रायपुर - छत्तीसगढ़ के बस्तर स्थित बकावंड विकासखंड के ग्राम पंचायत टलनार में महतारी वंदन योजना के तहत एक सनसनीखेज फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिसमें कांग्रेस नेता और विधायक प्रतिनिधि जानकी राम भारती पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि उन्होंने अपनी परिवार की महिलाओं और युवतियों को महतारी वंदन योजना का लाभ दिलाने के लिए फर्जीवाड़ा किया है। महतारी वंदन योजना राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत प्रत्येक पात्र महिला को हर महीने एक हजार रुपये की सहायता मिलनी चाहिए थी। लेकिन कांग्रेस नेता जानकी राम भारती ने इस योजना का गलत फायदा उठाया और अपनी परिवार की एक कुंआरी लड़की को विवाहित बताकर उसका नाम योजना में पंजीकृत करवा लिया, जिससे वह भी इस योजना का लाभ लेने लगी।
गांव के उप सरपंच तेनसिंह सेठिया, गंगाराम कश्यप, लंबूधर पटेल और अन्य ग्रामीणों के अनुसार, जानकी राम भारती ने इस योजना के तहत अपने परिवार की महिलाओं को धोखे से लाभ दिलवाने के लिए एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को गुमराह कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फार्म भरे। इन ग्रामीणों का कहना है कि महतारी वंदन योजना गरीब महिलाओं को मदद देने के उद्देश्य से बनाई गई थी, लेकिन नेता ने इसे निजी लाभ के लिए मोड़ दिया। इस मामले में बताया जा रहा है कि जानकी राम भारती के परिवार की तीन महिलाएं इस योजना का गलत तरीके से लाभ उठा रही हैं। इनमें बुधमनी पत्नी लखमू राम बघेल (पंजीयन क्रमांक 006073739), पार्वती पत्नी पदम (पंजीयन क्रमांक 006076077) और कलावती पत्नी कुरसो (पंजीयन क्रमांक 6081187) शामिल हैं। ये तीनों महिलाएं जानकी राम भारती के परिवार से संबंधित हैं और अवैध रूप से महतारी वंदन योजना का लाभ उठा रही हैं।
गांव में इस मामले को लेकर हंगामा मच गया है और स्थानीय लोगों ने एसडीएम, सांसद और जिले के कलेक्टर से शिकायत की है। ग्रामीणों का कहना है कि यह योजना के उद्देश्य के साथ सीधा खिलवाड़ है, और प्रशासन से इस पूरे मामले की निष्पक्ष और गंभीर जांच की मांग की है। प्रशासनिक स्तर पर मामले की जांच की संभावना जताई जा रही है।यह घटना महतारी वंदन योजना के तहत हो रहे कथित फर्जीवाड़े का एक स्पष्ट उदाहरण बन चुकी है, जहां एक राजनीतिक नेता ने अपने परिवार के लाभ के लिए सरकारी योजना का दुरुपयोग किया। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और आरोपों की जांच के बाद क्या कदम उठाए जाते हैं।